ગૃહિણી
2 years ago
लम्हे तेरे प्यार के ......
आज बीते हुए पालो को जब हम ने मुड के देखा तो ... रेत पर पड़े हुए वो हमें जिन्दा मिले। लगा था कभी की वो वही दफ़न हो गए है पर आज मुड कर देखा तो साँस अब भी बाकि थी , उन्ही पालो को आज समेटा और एक कहानी बना ली हैं ... और आज वही ख्याल लव्जो मै उतर आये है यहाँ , पल पल तेरी याद आई ..वो याद जब एक तड़प बन गई तो हम ने उस को एक नाम दे दिया ... वही नाम आज मेरे जीने का मकसद है .... मेरा अक्स है ... वही मेरी पहचान है , लोग मुझे दीवानी कहते है या तो तेरा नाम साथ मै जोड़ लेते है ..क्या कहू इसे अपनी शोहरत या अपनी रुसवाई ... ये तो खामोश इबदाद है तुजे बेइंतहा चाहने की......